काशी हिंदू विश्वविद्यालय के 104वें दीक्षांत समारोह में भाष्करादित्य त्रिपाठी को मिली परास्नातक उपाधि
वाराणसी। काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के गौरवशाली हिंदी विभाग से परास्नातक की उपाधि प्राप्त कर अकबरपुर, उत्तर प्रदेश के भाष्करादित्य त्रिपाठी ने अपने शैक्षणिक सफर में एक और मील का पत्थर जोड़ा। भाष्करादित्य वर्तमान में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी), बीएचयू इकाई के मंत्री के रूप में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं।
अपनी उपलब्धि पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए भाष्करादित्य ने रामदरश मिश्र की पंक्तियों को साझा करते हुए लिखा:
“बनाया है मैंने ये घर धीरे-धीरे,खुले मेरे ख़्वाबों के पर धीरे-धीरे।
पहाड़ों की कोई चुनौती नहीं थी,उठाता गया यूँ ही सर धीरे-धीरे।”
भाष्करादित्य ने अपनी सफलता का श्रेय माता-पिता, गुरुजनों और बाबा विश्वनाथ की कृपा को दिया। उनके इस उपलब्धि पर परिवार, मित्रों और सहकर्मियों ने हर्ष व्यक्त किया और उनके उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दीं ।।