चैत्र नवरात्रि: उपासना और सूत्र

चैत्र नवरात्रि” एक प्रमुख हिंदू त्योहार है जो माता दुर्गा की पूजा और उपासना के लिए मनाया जाता है। यह नौ दिनों तक चलने वाला उत्सव है जो धार्मिक और सामाजिक महत्व के साथ मनाया जाता है।

नवरात्रि का पर्व हिंदू धर्म में बहुत महत्वपूर्ण है और इसे चार बार साल में मनाया जाता है। चैत्र नवरात्रि का आयोजन चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से होता है, जो कि नवमी तिथि पर समाप्त होता है।

चैत्र नवरात्रि के दौरान भक्तजन नौ दिनों तक उपवास करते हैं और मां दुर्गा की पूजा करते हैं। इस अवधि में मां दुर्गा के नौ अलग-अलग स्वरूपों की पूजा की जाती है और इसे साधारणत: नवरात्रि के पवित्र दिनों के रूप में मनाया जाता है।

नवरात्रि में कुछ बातों का ध्यान रखना बहुत महत्वपूर्ण होता है। साफ-सफाई का खास ध्यान रखना चाहिए और घर के किसी भी हिस्से में धूल व गंदगी नहीं होने देनी चाहिए। यहाँ कुछ बातें हैं जिनका ध्यान रखना चाहिए:

1. नवरात्रि के दौरान भूलकर भी बाल, दाढ़ी और नाखून नहीं काटने चाहिए।

2. घर में सात्विक भोजन करें और मांसाहार और तामसिक भोजन से बचें।

3. नवरात्रि की पूजा में मां के प्रिय रंग लाल, पीले, गुलाबी और हरे रंग के वस्त्रों का प्रयोग करें।

4. नवरात्रि के दौरान घर में कलश स्थापना और अखंड ज्योत जलाई गई हो, तो उस घर को खाली ना छोड़ें।

5. दिन में सोना नहीं चाहिए, बल्कि आपको कीर्तन करना और मंदिरों में दर्शन के लिए जाना चाहिए।

इन सभी बातों का ध्यान रखकर आप नवरात्रि को धार्मिकता और उत्सव के रूप में सम्पन्न कर सकते हैं, और मां दुर्गा की कृपा प्राप्त कर सकते हैं।

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