गौ सेवा, उत्तम सेवा – विवेक गोस्वामी

गौ माता सनातन संस्कृति की सबसे महत्वपूर्ण अंग है। गौ माता शुभता है। गौ माता दिव्यता है। गौ ही एक ऐसी माता है जिसमें सभी 33 प्रकार के देवी देवता का निवास है। ऐसे में गौ माता की सेवा मात्र से ही जन्म जन्म के चक्र से प्राणि मुक्त हो जाता है। यह बात विवेक गोस्वामी ने वीएमडब्लू टीम फाउन्डेशन द्वारा गौसेवा कार्यक्रम के तहत कही। उन्होंने कहा कि गौ माता की सेवा को समाज में बढ़ावा देना है। यह सेवा किसी भी प्राणी में स्नेह और श्रद्धा को पैदा करती है। ऐसे में वह स्वयं सेवा करने का मौका कभी नहीं चुकते हैं। गौ माता की सेवा के लिए हमेशा ही तत्पर रहते हैं।
वीएमडब्लू टीम फाउन्डेशन की संचालिका ऋतू पाण्डेय ने बताया कि – उनकी संस्था हर महीने गौशाला के लिए चारे का प्रबंध करती है और संस्था के सभी सदस्य मिलजुल इस कार्य को पिछले एक वर्षों से अधिक समय से निरंतर कर रहें हैं । ऋतू पाण्डेय बताती हैं कि गौसेवा का मानसिकता पर भी बहुत गहरा प्रभाव पड़ता है। गौ इस पृथ्वी पर सबसे बेहतर प्राणी है। इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि किसी बालक को माता के बाद दुग्धपान कराने के लिए गौमाता का दूग्ध सबसे उत्तम माना जाता है। गौ से निकले दुग्ध का हर उत्पाद न केवल मनुष्य के शरीर को सौष्ठव प्रदान करता है बल्कि यह ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करता है।
एपेक्स हॉस्पिटल के रेडियोलोजी विभाग के अतुल उपाध्याय ने कहा कि गौसेवा अभियान में जुड़ने से हमारी गौमाता सम्मान पायेगी! साथ-साथ जीवन शैली में उतरने लगेगी। जयपुर की जनता गौशाला की पुकार सुने और जीवन को सुख-समृद्धि से भर लें, ताकि कृष्ण कृपा भी बरस पड़े।
इस गौसेवा कार्यक्रम में रोहित यादव, शालू गर्ग, रानू वर्मा, पूजा अलोरिया, सुरेश गुर्जर. यश पाण्डेय, मधुलेश पाण्डेय, वेदांश, नवल किशोर, विनय, आनंद उपाध्याय, नवनीत आदि उपस्थित रहें ।