शाश्वत ने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर किया भारत का प्रतिनिधित्व

देवरिया। जनपद के लार थाना क्षेत्र के रोपन छपरा गांव के एक होनहार ने अमेरिका में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय मूट कोर्ट कंपटीशन में भारत का प्रतिनिधित्व कर न सिर्फ गांव – जवार का बल्कि देश का भी मान बढ़ाया है। अहमदाबाद में कानून की पढ़ाई के अंतिम वर्ष उसे यह सफलता मिली जब जब भारत से अमेरिका में एक सेमिनार में गई चार टीमों में शाश्वत सिंह को दूसरा स्थान मिला। शाश्वत सिंह ने अमेरिका में अमेरिका की धरती पर ही अमेरिका की विश्व प्रसिद्ध टैक्सास यूनिवर्सिटी को तथा चाइना को भी सेमिनार में हराने का गौरव प्राप्त किया है। अंतरराष्ट्रीय कानून तथा अंतरराष्ट्रीय संबंधों पर हो रहे विभिन्न सेमिनार में प्रभावी प्रस्तुति पर विभिन्न देशों के प्रतिनिधियों द्वारा शाश्वत सिंह को बहुत सराहना मिली है। पाकिस्तान के अटार्नी जनरल जो मूट कोर्ट कंपटीशन में बतौर जज अपनी सेवाएं दे रहे थे, उन्होंने भी भारत का पक्ष रख रहे शाश्वत सिंह की मुक्त कंठ से सराहना की तथा शुभकामनाएं व्यक्त की।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अंतरराष्ट्रीय कानून का बहुत महत्व है। दुर्भाग्य से भारत में अंतरराष्ट्रीय कानून के एक्सपर्ट की भारी कमी है। शाश्वत सिंह ने बातचीत में बताया कि वर्तमान समय में मेरा लक्ष्य अपने ज्ञान कोश को बढ़ाना है। भारतीय प्रशासनिक सेवा हो या भारतीय विदेश सेवा के अधिकारी इन लोगों को अंतरराष्ट्रीय कानून की जानकारी का होना भी बहुत जरूरी होता है। भारतीय अधिकारियों को प्रशिक्षित करने के लिए भी विदेश मंत्रालय को विदेश से एक्सपर्ट बुलाने पड़ते हैं। अंतरराष्ट्रीय न्यायालय हैग में इंटरनेशनल लॉ कमिशन के साथ बतौर विद्यार्थी अपनी सेवा देने का अवसर भी प्राप्त होने वाला है। शाश्वत सिह ने बताया कि विश्व पटल पर भारत की धाक बढी है। अब भारतीय लोगों के साथ विदेश में सम्मान के साथ व्यवहार होता है।
प्रधानमंत्री मोदी के कार्यकाल में विदेश का भारत के प्रति बदला नजरिया
शाश्वत सिंह का कहना है कि चाहें लंदन हो या वाशिंगटन दोनों जगहों पर प्रधानमंत्री मोदी के कार्यकाल में भारतीयों के प्रति लोगों के नजरिया में व्यापक परिवर्तन आया है। अब भारत को विश्व पटल पर इग्नोर करना आसान नहीं है। यह नवयुग है नवभारत है इस पर अभिमान करने की जरूरत है।