देशभर में UPI सर्विस 3 घंटे ठप: PhonePe, Google Pay, Paytm यूजर्स परेशान

नई दिल्ली, 12 अप्रैल 2025: देशभर में शनिवार को यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (UPI) सर्विस करीब तीन घंटे तक ठप रही, जिससे लाखों यूजर्स को डिजिटल पेमेंट करने में भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। PhonePe, Google Pay, Paytm और अन्य प्रमुख UPI ऐप्स पर सुबह 11 बजे के आसपास शुरू हुई यह समस्या दोपहर 2 बजे तक बनी रही। इस दौरान छोटे-बड़े लेनदेन, बिल पेमेंट और स्थानीय खरीदारी बुरी तरह प्रभावित हुई। नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने इस रुकावट के लिए ‘इंटरमिटेंट टेक्निकल इश्यूज’ को जिम्मेदार ठहराया। NPCI ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक बयान जारी करते हुए कहा, “UPI सर्विस में आंशिक लेनदेन असफल होने की वजह से तकनीकी समस्याएं आई थीं। हमने इसे ठीक कर लिया है और अब सिस्टम स्थिर है। असुविधा के लिए खेद है।” हालांकि, NPCI ने इस व्यापक आउटेज के पीछे कोई स्पष्ट कारण नहीं बताया।

आउटेज ट्रैकिंग वेबसाइट DownDetector के अनुसार, दोपहर 1 बजे तक 2,358 से ज्यादा शिकायतें दर्ज की गईं, जिनमें 81% पेमेंट फेल होने और 17% फंड ट्रांसफर से जुड़ी थीं। यूजर्स ने सोशल मीडिया पर अपनी नाराजगी जाहिर की। एक यूजर ने लिखा, “UPI डाउन होने की वजह से दुकान पर एक घंटे से ज्यादा इंतजार करना पड़ा। नकदी साथ नहीं थी, बहुत शर्मिंदगी हुई।” एक अन्य यूजर ने कहा, “20 दिन में तीसरी बार UPI डाउन हुआ, क्या ये डिजिटल इंडिया है?” इस आउटेज ने PhonePe, Google Pay, Paytm के अलावा स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI), HDFC बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक और बैंक ऑफ बड़ौदा जैसे प्रमुख बैंकों की UPI सेवाओं को भी प्रभावित किया। कुछ यूजर्स ने बताया कि उन्हें “सर्वर डाउन” या “ट्रांजैक्शन फेल” जैसे एरर मैसेज मिले। BHIM ऐप पर भी असर देखा गया, हालांकि यह अन्य ऐप्स की तुलना में जल्दी रिकवर हुआ।

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यह पहली बार नहीं है जब UPI सर्विस में इतनी बड़ी रुकावट देखी गई है। मार्च 2025 में भी दो बार (26 मार्च और 2 अप्रैल) UPI कुछ घंटों के लिए डाउन हुआ था। इसके अलावा, अप्रैल में यह तीसरा मौका है जब यूजर्स को इस तरह की परेशानी झेलनी पड़ी। विशेषज्ञों का कहना है कि जैसे-जैसे UPI लेनदेन की मात्रा बढ़ रही है, सिस्टम पर दबाव भी बढ़ रहा है, जिसके लिए मजबूत इंफ्रास्ट्रक्चर की जरूरत है। NPCI के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, मार्च 2025 में UPI के जरिए 18.3 बिलियन लेनदेन हुए, जिनका मूल्य 24.77 लाख करोड़ रुपये रहा। यह पिछले साल की तुलना में 36% की वृद्धि दर्शाता है। UPI आज भारत में डिजिटल पेमेंट का आधार बन चुका है, जो 80% खुदरा लेनदेन को संभालता है। हालांकि, बार-बार होने वाले आउटेज ने सिस्टम की विश्वसनीयता पर सवाल उठाए हैं।

NPCI ने यूजर्स से धैर्य बनाए रखने की अपील की है और कहा कि भविष्य में ऐसी समस्याओं को कम करने के लिए काम किया जा रहा है। विशेषज्ञों का सुझाव है कि यूजर्स को हमेशा कुछ नकदी साथ रखनी चाहिए और वैकल्पिक पेमेंट मेथड्स जैसे NEFT, RTGS या डेबिट कार्ड का इस्तेमाल करना चाहिए। अगर आपका UPI पेमेंट फंस गया है, तो 48 घंटे तक इंतजार करें और अपने ऐप के ट्रांजैक्शन हिस्ट्री सेक्शन में स्टेटस चेक करें। अगर 5-7 दिन बाद भी रिफंड नहीं मिलता, तो अपने बैंक से संपर्क करें।

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