आख़िर डीएम का ट्रांसफ़र कर ही दिया गया, वकीलों की हड़ताल भारी पड़ी देवरिया में

देवरिया, 14 जुलाई 2024: वकीलों की लंबे समय से चल रही हड़ताल और डीएम अखंड प्रताप सिंह के खिलाफ प्रदर्शन ने आखिरकार प्रशासन को झुकने पर मजबूर कर दिया। जिलाधिकारी का स्थानांतरण कर दिया गया और उनके स्थान पर दिव्या मित्तल को नया डीएम नियुक्त किया गया। हरियाणा के रेवाड़ी की रहने वाली दिव्या अपने कड़क मिजाज और उत्कृष्ट कार्यों के लिए जानी जाती हैं। मिर्जापुर के लहुरियादह गांव तक पानी पहुंचाने की योजना को पूरा कर उन्होंने सुर्खियां बटोरी थीं। आईआईटी और आईआईएम से पढ़ाई के बाद, दिव्या ने यूपीएससी क्रैक कर आईएएस का पद प्राप्त किया।
देवरिया में जिलाधिकारी अखंड प्रताप सिंह के खिलाफ वकीलों की हड़ताल 19 जून से जारी थी। वकीलों का आरोप था कि डीएम का व्यवहार न्यायिक प्रक्रियाओं में बाधा उत्पन्न कर रहा था। हड़ताल के चलते न्यायिक कार्य ठप हो गए थे और आम जनता को भी काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा।
वकीलों का आरोप था कि जिलाधिकारी के कार्यकाल के दौरान न्यायिक प्रक्रियाओं में अनियमितताएं और भ्रष्टाचार में वृद्धि हुई है। वकीलों ने जिलाधिकारी पर आरोप लगाया कि वह अपने पद का दुरुपयोग कर रहे हैं और न्यायिक मामलों में हस्तक्षेप कर रहे हैं। इसके विरोध में वकील समुदाय ने कई दिनों से हड़ताल पर रहने का निर्णय लिया था।
हड़ताल के चलते न्यायिक कार्य ठप हो गया था और आम जनता को भी काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। वकीलों ने साफ तौर पर प्रशासन को चेतावनी दी थी कि यदि उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो वह अपनी हड़ताल को अनिश्चितकाल के लिए बढ़ा देंगे।
दिव्या मित्तल, 2013 बैच की आईएएस अधिकारी, मूल रूप से हरियाणा के रेवाड़ी जिले की रहने वाली हैं। उन्होंने आईआईटी दिल्ली से बीटेक और आईआईएम बेंगलुरु से एमबीए किया है। विदेश में नौकरी के बाद, उन्होंने और उनके पति गगनदीप सिंह ने यूपीएससी की तैयारी शुरू की और दोनों ने आईएएस की परीक्षा सफलतापूर्वक पास की। दिव्या मित्तल ने मिर्जापुर में अपने कार्यकाल के दौरान कई महत्वपूर्ण योजनाओं को सफलतापूर्वक पूरा किया है।
दिव्या मित्तल की नई नियुक्ति के साथ ही देवरिया के लोगों को प्रशासन में सुधार और न्यायिक प्रक्रियाओं में पारदर्शिता की उम्मीद है। दिव्या के कड़क मिजाज और निष्पक्ष कार्यप्रणाली से जिले में सकारात्मक बदलाव की संभावना जताई जा रही है।अब देखना होगा कि नए जिलाधिकारी की नियुक्ति के बाद देवरिया में न्यायिक व्यवस्था में कितना सुधार होता है और वकीलों के विश्वास को कैसे बहाल किया जा सकता है।