ब्लैक मंडे : शेयर बाजार में बड़ी गिरावट- सेंसेक्स 3900 अंक टूटा, निवेशकों में हाहाकार

मुंबई, 7 अप्रैल 2025: भारतीय शेयर बाजार आज सोमवार को उस समय हिल गया, जब शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 3900 अंकों की भारी गिरावट के साथ 71,425 के स्तर तक लुढ़क गया। निफ्टी भी 1000 अंकों से अधिक टूटकर 21,750 पर आ गया। इस गिरावट ने निवेशकों के बीच हाहाकार मचा दिया और बाजार में 15 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा की संपत्ति स्वाहा हो गई। यह तबाही अमेरिकी बाजार विशेषज्ञ जिम क्रेमर की उस चेतावनी के बाद आई, जिसमें उन्होंने 7 अप्रैल को ‘ब्लैक मंडे’ की भविष्यवाणी की थी और यूएस मार्केट में 20% गिरावट की आशंका जताई थी।
बाजार में सुबह के पहले घंटे में ही अफरा-तफरी मच गई। रिलायंस इंडस्ट्रीज, टाटा मोटर्स, एचडीएफसी बैंक और आईसीआईसीआई बैंक जैसे दिग्गज शेयर 5% से 10% तक गिर गए। निफ्टी के बैंकिंग सूचकांक में भी 700 अंकों से ज्यादा की कमी दर्ज की गई। एक निवेशक, रमेश शर्मा ने कहा, “पिछले कुछ महीनों से उतार-चढ़ाव था, लेकिन आज का दिन 1987 के ‘ब्लैक मंडे’ की याद दिला गया।” 1987 में डाउ जोन्स 22.6% टूटा था, जो अब तक की सबसे बड़ी एकदिवसीय गिरावट थी।
विशेषज्ञों के अनुसार, इस गिरावट के पीछे कई कारण हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की आक्रामक टैरिफ नीतियों ने वैश्विक व्यापार युद्ध की आशंका बढ़ा दी है, जिसका असर दुनिया भर के बाजारों पर पड़ा। इसके अलावा, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) की लगातार बिकवाली और घरेलू आर्थिक आंकड़ों में कमजोरी ने संकट को गहरा किया। क्रेमर ने अपनी भविष्यवाणी में कहा, “अमेरिकी बाजार में 20% की गिरावट वैश्विक अर्थव्यवस्था को झकझोर देगी।”
बाजार विश्लेषकों का कहना है कि यह गिरावट अल्पकालिक हो सकती है, लेकिन वैश्विक और घरेलू परिस्थितियों पर निर्भर करेगी। एक ब्रोकर, अनिल मेहता ने कहा, “शुक्रवार को यूएस मार्केट में 5% की गिरावट के बाद एशियाई बाजारों में दहशत फैली, और आज भारत भी उसका शिकार हो गया।” विशेषज्ञों ने निवेशकों को सलाह दी है कि वे घबराहट में फैसले लेने से बचें और लंबी अवधि के नजरिए से निवेश पर ध्यान दें।
फिलहाल, बाजार में अनिश्चितता बनी हुई है। अगले कुछ घंटों में अमेरिकी बाजारों के खुलने के बाद स्थिति और स्पष्ट होगी। निवेशकों की नजर अब वैश्विक संकेतों और ट्रंप प्रशासन की नीतियों पर टिकी है।
– एम. के. पांडे, संवाददाता