महाकुम्भ मेला 2025: प्रयागराज के दर्शनीय स्थलों का धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व
महाकुम्भ मेला 2025 का आयोजन प्रयागराज में हो रहा है, जो लाखों श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए आध्यात्मिकता, इतिहास, और संस्कृति का अद्भुत संगम पेश करता है। इस मेले में विभिन्न धार्मिक और ऐतिहासिक स्थलों का विशेष महत्व है। कुम्भ का शाब्दिक अर्थ “कलश” है, जो अमृत कलश से जुड़ा है। समुद्र मंथन के दौरान देवताओं और असुरों के बीच अमृत के लिए संघर्ष हुआ, और अमृत की बूंदें पृथ्वी के चार स्थानों – हरिद्वार, नासिक, उज्जैन और प्रयागराज में गिरीं। इन स्थानों पर कुम्भ मेला आयोजित किया जाता है, जो हिन्दू धर्म में अत्यंत पवित्र माना जाता है।
इस मेले का मुख्य आकर्षण त्रिवेणी संगम है, जहां गंगा, यमुना और सरस्वती नदियों का मिलन होता है। यहां स्नान करना पवित्र माना जाता है। इसके अलावा, श्री लेटे हुए हनुमान जी का मंदिर, श्री अलोप शंकरी मंदिर, आनंद भवन, नागवासुकी मंदिर, और श्री वेणी माधव मंदिर जैसे धार्मिक स्थल भक्तों को आकर्षित करते हैं। ऐतिहासिक रूप से महत्वपूर्ण खुसरो बाग, भारद्वाज आश्रम, और इलाहाबाद का किला भी महाकुम्भ मेले में आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए प्रमुख स्थान हैं। इस बार मेले में आधुनिक सुविधाओं के साथ पारंपरिक श्रद्धा का संगम देखने को मिलेगा, जो हर आयु वर्ग के लोगों के लिए एक विशेष अनुभव होगा।
महाकुम्भ मेले के दौरान प्रमुख स्नान तिथियां निम्नलिखित हैं:
- पौष पूर्णिमा: 13 जनवरी 2025
- मकर संक्रांति: 14 जनवरी 2025
- मौनी अमावस्या: 29 जनवरी 2025
- वसंत पंचमी: 04 फरवरी 2025
- माघी पूर्णिमा: 12 फरवरी 2025
- महाशिवरात्रि: 26 फरवरी 2025
कुम्भ के साथ साथ आप प्रयागराज मे यह जगह भी देखना न भूले और इसको अपनी लिस्ट मे जोड़ ले ।
श्री लेटे हुए हनुमान जी मंदिर
गंगा नदी के किनारे स्थित यह मंदिर हनुमान जी की अद्वितीय लेटी हुई प्रतिमा के लिए प्रसिद्ध है। लगभग 600-700 वर्ष पुराना यह मंदिर भक्तों की मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए जाना जाता है।
त्रिवेणी संगम: तीन नदियों का पवित्र मिलन
गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती नदियों के संगम को त्रिवेणी संगम कहा जाता है। यहां स्नान करने से सभी पाप धुल जाते हैं, और इस स्थान पर महाकुम्भ तथा अर्धकुम्भ मेले का आयोजन होता है।
श्री अलोप शंकरी मंदिर
यह मंदिर अपने अद्वितीय रूप के लिए जाना जाता है, जहां देवी की मूर्ति की बजाय लकड़ी के पालने की पूजा होती है। यह मंदिर 51 शक्तिपीठों में से एक है और भक्तों की रक्षा की कामना का केंद्र है।
आनंद भवन और स्वराज भवन
आनंद भवन, पंडित जवाहरलाल नेहरू का पैतृक निवास, अब एक संग्रहालय है। स्वराज भवन, जो नेहरू परिवार की हवेली थी, स्वतंत्रता संग्राम से जुड़ी अनेक महत्वपूर्ण घटनाओं का साक्षी है।
नागवासुकी मंदिर
इस मंदिर में भगवान वासुकी की मूर्ति स्थापित है। यह स्थान समुद्र मंथन के बाद भगवान वासुकी के विश्राम स्थल के रूप में जाना जाता है और नाग पंचमी पर विशेष पूजा की जाती है।
श्री वेणी माधव मंदिर
प्रयागराज का यह मंदिर भगवान विष्णु के बारह स्वरूपों में सबसे प्रसिद्ध है। यह मंदिर प्रयागराज के प्रमुख धार्मिक स्थलों में से एक है, जहां वर्षभर भक्तों का तांता लगा रहता है।
खुसरो बाग और भारद्वाज आश्रम
खुसरो बाग में मुगल काल की कब्रें हैं और इसका ऐतिहासिक महत्व है। भारद्वाज आश्रम ऋषि भारद्वाज का निवास स्थान था, जो आयुर्वेद के पहले संरक्षक माने जाते हैं।
इलाहाबाद का किला
अकबर द्वारा निर्मित इस किले में अशोक स्तंभ और पातालपुरी मंदिर स्थित हैं। यह किला भारतीय सेना के अधीन है, लेकिन इसके कुछ हिस्से पर्यटकों के लिए खुले हैं।
फ्लोटिंग रेस्टोरेंट और अन्य आकर्षण
गंगा नदी में फ्लोटिंग रेस्टोरेंट में सवार होकर भोजन का आनंद लिया जा सकता है। इसके अलावा, विक्टोरिया मेमोरियल और प्रयागराज के विभिन्न घाट भी पर्यटकों को आकर्षित करते हैं।
महाकुम्भ मेले के दौरान, प्रयागराज न केवल धार्मिक स्थलों के लिए प्रसिद्ध है, बल्कि अपने अद्वितीय और प्रामाणिक भोजन के लिए भी जाना जाता है। यहां के विभिन्न व्यंजन और स्नैक्स पर्यटकों और श्रद्धालुओं को अपनी ओर आकर्षित करते हैं। आइए जानते हैं प्रयागराज के कुछ प्रसिद्ध भोजन और उन्हें चखने के बेहतरीन स्थानों के बारे में।
देहाती रसगुल्ला – अलोपीबाग
अगर आप मिठाई के शौकीन हैं, तो प्रयागराज का देहाती रसगुल्ला जरूर चखें। अलोपीबाग में स्थित यह जगह अपने रसगुल्ले के लिए मशहूर है, जो शहर के पारंपरिक स्वाद का अनुभव कराता है।
शिवा चाट भण्डार – नया बैरहना
नया बैरहना में स्थित शिवा चाट भण्डार चटपटी चाट के शौकीनों के लिए स्वर्ग समान है। यहां की चाट में प्रयागराज की खासियत और मसालों का सही मिश्रण मिलता है, जो इसे बेहद लज़ीज़ बनाता है।
कामधेनु में दही भल्ला – सिविल लाइंस
सिविल लाइंस के एल्गिन रोड पर स्थित कामधेनु में मिलने वाला दही भल्ला अपनी ताजगी और स्वादिष्ट चटनी के लिए प्रसिद्ध है। यह स्थान अपनी साफ-सफाई और स्वादिष्ट व्यंजनों के लिए जाना जाता है।
नेतराम कचौड़ी – कटरा रोड, नेतराम चौराहा
कचौड़ी के बिना प्रयागराज की यात्रा अधूरी मानी जाती है। नेतराम कचौड़ी, कटरा रोड पर स्थित है, जहां आपको ताज़ा और गर्मागरम कचौड़ियों का स्वाद मिलेगा। इनके साथ परोसी जाने वाली आलू की सब्जी का स्वाद भी बेहतरीन होता है।
सैनिक में छोले समोसे
प्रयागराज के सैनिक क्षेत्र में मिलने वाले छोले समोसे का स्वाद भी अपने आप में अनूठा है। यहां का मसालेदार छोला और खस्ता समोसा पर्यटकों और स्थानीय निवासियों के बीच समान रूप से लोकप्रिय है।
महाकुम्भ मेला 2025 के दौरान लाखों श्रद्धालु प्रयागराज में जुटेंगे, और इस विशाल जनसमूह की मेज़बानी के लिए शहर में विभिन्न प्रकार के आवासीय सुविधाएं उपलब्ध हैं। चाहे आप पर्यटन विभाग द्वारा संचालित बंगलों में रहना चाहें या होटल्स की आरामदायक सेवाओं का लाभ उठाना चाहें, यहां हर किसी के लिए विकल्प मौजूद हैं।
पर्यटन विभाग द्वारा संचालित आवासीय परिसर
राही ईलावर्त टूरिस्ट बंगला
- पता: 35, महात्मा गाँधी मार्ग, सिविल लाइन्स, प्रयागराज-211001
- दूरभाष: 0532-2407440, 2408374
- ईमेल: rahiilawart[at]up-tourism[dot]com
राही त्रिवेणी दर्शन टूरिस्ट बंगला
- पता: यमुना बैंक रोड, कीडगंज, प्रयागराज-211003
- दूरभाष: 0532-2558646
- ईमेल: rahitrivenialahabad[at]up-tourism[dot]com
प्रमुख होटल्स
होटल कान्हा श्याम
- पता: 22/1 स्ट्रैची रोड, सिविल लाइन्स, प्रयागराज-211001
- दूरभाष: 0532-2560123, 2560132
होटल यात्रिक
- पता: 33, सरदार पटेल मार्ग, सिविल लाइन्स, प्रयागराज-211001
- दूरभाष: 0532-2260923-24
होटल मिलन पैलेस
- पता: सिविल लाइन्स, प्रयागराज-211001
- दूरभाष: 0532-2421505-06
होटल सम्राट
- पता: 49A/25A, महात्मा गाँधी मार्ग, सिविल लाइन्स, प्रयागराज-211001
- दूरभाष: 0532-2561200-07
यात्रा मार्गदर्शन
प्रयागराज हवाई, रेल और सड़क मार्ग से देश के प्रमुख शहरों से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है, जो इसे महाकुम्भ मेला 2025 में आने वाले यात्रियों के लिए सुगम बनाता है।
रेलवे स्टेशन
प्रयागराज में प्रमुख रेलवे स्टेशनों में प्रयागराज जंक्शन, प्रयागराज रामबाग, प्रयागराज संगम, और नैनी जंक्शन शामिल हैं। यह रेलवे स्टेशन भारत के विभिन्न शहरों से सीधा संपर्क प्रदान करते हैं।
बस सेवाएं
प्रयागराज में राज्य संचालित और निजी बस सेवाएं भी उपलब्ध हैं, जो देश के विभिन्न हिस्सों से सीधा जुड़ाव प्रदान करती हैं।
हवाई मार्ग
प्रयागराज हवाई अड्डा, जो बमरौली में स्थित है, दिल्ली, मुंबई, बैंगलोर, कोलकाता और हैदराबाद जैसे प्रमुख शहरों से नियमित उड़ानें प्रदान करता है।
महाकुम्भ मेला 2025 के लिए आपकी यात्रा योजना में ये आवासीय और परिवहन विकल्प आपकी यात्रा को आरामदायक और सुगम बनाएंगे।
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पीयूष मिश्रा, असिस्टेंट प्रोफेसर
यूनाइटेड इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट, प्रयागराज
+91 96219 38575