घरेलू हिंसा से पीडि़त महिलाओं को मिला संबल

डूंगरपुर, 19 दिसम्बर। राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष श्रीमती रेहाना रियाज चिश्ती ने गुरुवार को सर्किट हाउस, डूंगरपुर में जिला स्तरीय जनसुनवाई की। जनसुनवाई में आयोग की सदस्य अंजना मेघवाल, सुमित्रा जैन, सचिव वीरेन्द्र यादव, जिला कलक्टर अंकित कुमार सिंह, पुलिस अधीक्षक मोनिका सेन, सहायक निदेशक महिला अधिकारिता मोतीलाल मीणा, सीएमएचओ डॉ. अलंकार गुप्ता, और सामाजिक न्याय विभाग के उपनिदेशक अशोक शर्मा भी उपस्थित रहे।

जनसुनवाई में जिले भर से घरेलू हिंसा से पीडि़त महिलाएं फरियाद लेकर पहुंचीं। आयोग ने महिलाओं की समस्याओं को पूर्ण संवेदनशीलता के साथ सुना और उनके निस्तारण के निर्देश दिए। श्रीमती रेहाना रियाज ने बताया कि डूंगरपुर जिले में नाता प्रथा की वजह से कई महिलाओं के प्रताडि़त होने की समस्याएं सामने आई हैं। महिला सशक्तीकरण के लिए डूंगरपुर जिला प्रशासन और पुलिस की ओर से सराहनीय काम किया जा रहा है, लेकिन महिलाओं को समाज में सम्मानजनक स्थान मिलना चाहिए, इसके लिए सामाजिक स्तर पर एकजुटता के साथ प्रयास करना चाहिए। यह एक सतत चलने वाली प्रक्रिया है।

एकल परिवार और सोशल मीडिया के दुष्प्रभाव की वजह से भी मौजूदा दौर में परिवार टूट रहे हैं। घर-परिवार में मेल-मिलाप बढ़ाने की जरूरत है। प्रशासन का सहयोग मिलता है, लेकिन समाज को भी अपनी भागीदारी निभाने के लिए आगे आना चाहिए। महिला आयोग अध्यक्ष ने घरेलू हिंसा से पीडि़त महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए स्वरोजगार और कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाने के निर्देश दिए। केन्द्र और राज्य सरकार की महिला हितैषी योजनाओं का व्यापक प्रचार-प्रचार करने और कार्यशालाओं का आयोजन करने के भी निर्देश दिए।

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